Dr Ambedkar ka kala sach-3 || अंबेडकर की प्रारंभिक और उच्च शिक्षा


नमस्कार दोस्तो, Dr Ambedkar ka kala sach सीरीज के तीसरे लेख में आपको अंबेडकर के बचपन से लेकर युवा अवस्था तक के सफर से रूबरू होने का मोका मिलेगा। अपनी प्रारंभिक शिक्षा से विदेशों में  शिक्षा ग्रहण करने में किन किन लोगो का सहयोग मिला उन पर प्रकाश डालेंगे।

अम्बेडकर की प्रारंभिक शिक्षा।

डॉ अंबेडकर ने अपनी मैट्रिक तक की शिक्षा एलफिंस्टन हाई स्कूल मुंबई से प्राप्त किया। 1907 में उन्होंने अपनी मैट्रिक पास किया। उसके बाद बड़ौदा के महाराज सयाजीराव गायकवाड़ की  छात्रवृति के बदौलत 1912 में उनकी ग्रेजुएशन  एलफिंस्टन कॉलेज मुंबई से हुई ।

अंबेडकर की उच्च शिक्षा।

1913 में उच्च शिक्षा के लिए सयाजीराव गायकवाड़ द्वारा 10 साल के विशेष अनुबंध के एवज में उनको  20434 रुपए की छात्रवृति प्राप्त कर MA की पढ़ाई के लिए अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी भेजा जहां उन्होंने 1915 में अपनी MA पास किया। 1916 में उन्होंने अपनी पीएचडी की डिग्री  कोलंबिया यूनिवर्सिटी से ही पूरी किया। महाराज द्वारा ये छात्रवृति की राशि 3 साल तक मुहैया कराई गई।

अंबेडकर की उच्च शिक्षा

अंबेडकर का दोबारा उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना।

1917 में अनुबंध के अनुसार उनको भारत वापस आना पड़ा और बड़ौदा के महाराज के यहां नोकरी किया। कहते है की महार होने के कारण उनको छुआछूत का शिकार होना पड़ा और उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया। डॉ अंबेडकर बाद में मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज में अर्थव्यवस्था के प्रोफेसर के तोर पर पढ़ाने लगे। कोल्हापुर के महाराज की छात्रवृति की बदौलत उन्होंने लंदन से अपनी MSc की डिग्री 1921 में लिया। और बॉन युनिवर्सिटी जर्मनी से उन्होंने DSc की डिग्री 1923 में प्राप्त किया।

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काले सच।

  • अंबेडकर ने अपनी उच्च शिक्षा सयाजीराव गायकवाड़ की 20434 रुपए की छात्रवृत्ति की बदौलत हासिल किया।
  • सयाजीराव महाराज ने आरक्षण देकर अंबेडकर को बड़ौदा विधानसभा का सदस्य भी बनाया।
  • दोबारा उच्च शिक्षा के लिए उनको कोल्हापुर के महाराज से सहायता मिली।
  • 1939 तक सयाजीराव महाराज उनको नैतिक समर्थन देते रहे।




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