आज की तेजी से बढ़ती और भागदौड़ भरी जिंदगी में, जिस स्तर पर हम अपने खानपान और दिनचर्या को लेकर आ गए है,उससे तनाव बहुत सामान्य सी बात हो गया है। क्या बड़े क्या बच्चे आपको हर उम्र के व्यक्ति तनाव ग्रस्त मिल जायेंगे। लंबे समय तक तनाव से प्रभावित रहना हमारे पूरे जीवन पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। शहरी जीवन, MNC culture से आदमी की जिंदगी एक मशीन की तरह बन गया है। सबसे प्रमुख कारण को व्यक्ति अपने जीवन स्तर को जिस मोड्रेनाइजेशन पर ले आया है, उसकी पूर्ति करते करते उसने अपने आप को तनावग्रस्त बना लिया है
आयुर्वेद और भारतीय प्राचीन चिकित्सा प्रणाली में तनाव प्रबंधन का बहुत से कारगर तरीके सुझाए है, जिससे मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन और समन्वय को बहाल करके तनाव मुक्त रहा जा सकता हैं। इस ब्लॉग में आगे हम जानेंगे की किन तकनीकी और प्रयोग द्वारा हम तनाव को अपने जीवन में आने से रोक सकते है और अगर तनावग्रस्त है तो किस तरह से तनाव मुक्त हो सकते है।
1.प्राणायाम करें।
हमारे शरीर में प्राणशक्ति ही हमारी हजारों नाडियो और 8 चक्रों से होकर गुजरती है। प्राणशक्ति से ही मनुष्य के मन की स्तिथि निर्धारित होती है। अगर प्राणशक्ति मजबूत है तो मनुष्य का मन , सुखी और शांत रहता है और उत्साह हमेशा बना रहता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में प्राणायाम के लिए हम समय ही नहीं निकाल पाते जिसका असर ये होता है की हमे चिंताएं , आशंकाएं और डर घेर लेते है और जीवन तनाव ग्रस्त हो जाता है। प्राणायाम शरीर , मन और आत्म के बीच संतुलन स्थापित करने का शक्तिशाली उपकरण है, अत: प्राणायाम का अभ्यास रोजाना करें।
2. ध्यान ( Meditation) करें।
ध्यान (Meditation) प्राचीन काल से शरीर और मन में सामंजस्य स्थापित करने के लिए टूल की तरह इस्तेमाल होता रहा है। ध्यान को अपने दिनचर्या का हिस्सा अवश्य बनाए। प्रतिदिन ध्यान योग करने से मानसिक शांति मिलती है Happy harmons का स्राव होता है। तनाव मुक्त और खुश रहने के लिए आप प्रतिदिन 20 से 30 मिनट का मेडिटेशन अवश्य करे।
3. 6 से 8 घंटे की नींद अवश्य ले।
MNC प्रोफेशनल्स और देर रात जागने वाले ठीक से नींद नही ले पाते है जिससे वो दिन भर थका थका महसूस करते है , जिससे मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे कार्य को पूरा करने में कठिनाइयां होती है और परिणाम तनाव के रूप में सामने आता है, अत: 6 से 8 घंटे की नियमित नींद तनावमुक्त रहने के लिए अतिआवश्यक पहलू है।
4. पसंदीदा कार्यों को जरूर करे।
कमाना और परिवार की जरूरतों को पूरा करना आजकल की जिंदगी का एक रूटीन बन गया है जिससे बाहर निकलना एक जटिल कार्य है, लोगो को उनके शौक की चीजे करने का टाइम नही होता। तनाव मुक्त रहने के लिए आप अपने शौक की चीजे जरूर करे इससे आप अच्छा महसूस करेंगे और खुश रहेंगे।
5.संतुलित आहार का सेवन।
असंतुलित आहार आपके जीवन और दिनचर्या पर नकारात्मक तरह के प्रभाव डाल सकता है। इन नकारात्मक प्रभावों और तनाव से बचने के लिए जंक फूड को टाटा बाय-बाय कहें तथा फल और पोषक तत्व वाले बीजों को अपने आहार में शामिल करें। अलसी और कद्दू के रोस्टेड बीज, अंगूर, तरबूज, संतरा और स्ट्राबेरी जैसे फलों को खूब खाए। इनसे शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होगी और शरीर स्वस्थ होगा। स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ मानसिक इस्तिथि का निर्माण करता है और तनाव मुक्त रहने में मदगार होता है।
Disclaimer
उपरोक्त जानकारी में हमने कोशिश किया है की सभी पहलुओं को शामिल कर लिया जाए फिर ये जानकारी अपने आप में तावनावमुक्त रहने के लिए प्रयाप्त नही है। अधिक जानकारी और समस्या के समाधान के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
0 टिप्पणियाँ